राजस्थान में जिले
मुख्यमंत्री निवास पर 4 अगस्त 2023 को मंत्रिमंडलीय बैठक आयोजित की गई जिसमें नवगठित जिलों के सीमांकन की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया ।
गौरतलब है कि वर्ष 2022-23 की बजट घोषणा की पालना में दिनांक 21 मार्च 2022 को नए जिले बनाने के संबंध में आवश्यकता का आकलन कर अभिशंषा देने हेतु सेवानिवृत्त आईएएस श्री रामलुभाया की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई । इस कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर बजट 2023-24 में वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा के समय पर 17 मार्च, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में 3 नए संभाग और 19 जिले बनाने की घोषणा की।
अंतरिम रिपोर्ट के पश्चात समिति एवं राज्य सरकार को प्राप्त प्रतिवेदनों के परीक्षण उपरांत समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट 2 अगस्त 2023 को राज्य सरकार को प्रस्तुत की गई।
समिति की रिपोर्ट पर मंत्रिमंडल ने 4 अगस्त 2023 को कुल 19 जिलों एवं 3 संभागों के गठन का अनुमोदन किया।
- 4 अगस्त, 2023 : कैबिनेट ने नवीन जिले और संभाग बनाने की स्वीकृति दी।
- 5 अगस्त, 2023 : राजस्थान में 19 नए जिलों और 3 संभाग की अधिसूचना जारी हुई।
- 7 अगस्त, 2023 : राजस्थान के सभी नवीनतम जिलों और संभाग का उद्घाटन किया गया, वर्तमान में राजस्थान में 50 जिले और 10 संभाग हो गये हैं। (7 अगस्त से अधिसूचना प्रभावी)
- राजस्व विभाग द्वारा नए जिलों के सीमांकन की अधिसूचना जारी की गई ।
- नवीन जिलों के गठन के लिए 18 वर्तमान जिलों का पुनर्गठन भी किया गया जिनकी जानकारी नीचे दी गई है।
संभाग
दिनांक 5.8.2023 को जारी अधिसूचना के अनुसार राजस्थान में 3 नये संभागो के बनने के साथ ही संभागो की संख्या 7 से बढकर 10 हो गई हैं।
जयपुर संभाग व बीकानेर संभाग में से – सीकर,
जोधपुर संभाग में से – पाली एवं
उदयपुर संभाग में से बांसवाड़ा
कुल तीन नये संभागों का गठन किया गया है। अब कुल 10 संभाग हो गये हैं। यह अधिसूचना दिनांक 7.8.2023 से प्रभावी मानी गयी है। अर्थात् 3 नये संभागों का स्थापना दिवस 7 अगस्त को होगा ।
पुनर्गठन के बाद भीलवाड़ा जिला उदयपुर संभाग में किया गया है ।
पाली का जैतारण व रायपुर अब ब्यावर जिले में आने के कारण अजमेर संभाग का हिस्सा बन गया है, जबकि पहले जोधपुर संभाग का हिस्सा थे ।
चूरू जिला 7 अगस्त 2023 से पहले बीकानेर संभाग का हिस्सा था परन्तु अब सीकर संभाग का हिस्सा बन गया है।
नवीन जिलों और संभाग से सम्बन्धित परीक्षा उपयोगी तथ्य..
◼️ प्रशासनिक और भौगोलिक तौर पर अपरिवर्तित संभाग – कोटा
◼️ प्रशासनिक और भौगोलिक तौर अपरिवर्तित जिलों की संख्या – 14 है जो कि निम्न है – हनुमानगढ़, चूरू, सिरोही, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चितौड़ गढ़, कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, दौसा व धौलपुर
◼️ अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित जिलों की संख्या – 05 (बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, अनूपगढ़ व श्री गंगानगर)
◼️ अंतर्राष्ट्रीय और अन्तर्राज्यीय सीमा पर स्थित जिलों की संख्या – 02 (बाड़मेर, श्री गंगानगर)
◼️ 2 राज्यों के साथ सीमा बनाने वाले जिलों की संख्या 04 है – डीग, बांसवाड़ा, धौलपुर, हनुमानगढ़
◼️अन्तर्राज्यीय सीमा बनाने वाले जिलों की संख्या – 25
◼️ अंतर्राष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय सीमा बनाने वाले जिलों की संख्या 28 है
◼️ अंतरवर्ती जिलों की संख्या – 22
👉🏻राजस्थान की विभिन्न राज्यों के साथ सीमा बनाने वाले जिलों में परिवर्तन :-
🔹 पंजाब के साथ सीमा में भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। – (श्री गंगानगर व हनुमानगढ़)
🔹 हरियाणा राज्य से जयपुर, सीकर और भरतपुर की सीमा हट गई हैं, तथा उनके स्थान पर डीग, खेरथल, नीम का थाना और कोटपुतली – बहरोड़ की सीमा जुड़ी हैं।
(अब हरियाणा के साथ राज्य के कुल 8 जिलों – डीग, खैरथल, नीम का थाना, कोटपुतली – बहरोड़, अलवर, चूरू, झुंझुनू व हनुमानगढ़ की सीमा लगती हैं
🔹 उत्तरप्रदेश राज्य के साथ राज्य के तीनों जिलों – धौलपुर व भरतपुर के साथ- साथ अब डीग जिले की भी सीमा लगेगी।
🔹 मध्यप्रदेश राज्य के साथ सीमा बनाने वाले जिलों के सम्बन्ध में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, वहीं पुराने 10 जिलों की सीमा लगती हैं।
🔹 गुजरात के साथ अब नवीन जिले सांचौर की सीमा लगेगी पूर्व में जालोर की लगती थी,
(राज्य के कुल 6 जिले – सांचौर, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और बाड़मेर गुजरात के साथ सीमा बनाते हैं
👉🏻 नए बने जिले…
- बालोतरा बाड़मेर से
- शाहपुरा भीलवाड़ा से
- सांचौर जालोर से
- सलूंबर उदयपुर से
- खैरथल- तिजारा अलवर से
- डीग भरतपुर से
- डीडवाना – कुचामन नागौर से
- दूदू – जयपुर से
- जोधपुर शहर और ग्रामीण जोधपुर से
- जयपुर शहर और ग्रामीण जयपुर से
- अनूपगढ़ बीकानेर और श्री गंगानगर से
- गंगापुर सिटी सवाईमाधोपुर और करौली से
- केकड़ी अजमेर और पाली से
- कोटपुतली व बहरोड़ जयपुर और अलवर से
- नीम का थाना सीकर और झुंझुनूं से
- फलोदी जोधपुर और जैसलमेर (केवल नोख क्षेत्र) से
- ब्यावर, अजमेर, पाली, राजसमन्द और भीलवाड़ा से
नवगठित 19 जिले- एक नजर में
- अनूपगढ़
- बालोतरा
- ब्यावर
- 4. डीग
- डीडवाना-कुचामन
- दूदू
- गंगापुरसिटी
- जयपुर
- जयपुर (ग्रामीण)
- केकड़ी
- जोधपुर
- जोधपुर (ग्रामीण)
- कोटपुतली – बहरोड़
- खैरथल तिजारा
- नीमकाथाना
- फलौदी
- सलूम्बर
- सांचौर
- शाहपुरा
🚫अन्य महत्वपूर्ण जानकारी…👇🏼
📢 जयसमन्द झील – सलूंबर जिला (पूर्व में राजसमन्द में )
📢 पचपदरा झील – बालोतरा (पूर्व में बाड़मेर में )
📢 बीसलपुर बांध – केकड़ी
📢 लसाडिया का पठार – सलूंबर (पूर्व में उदयपुर में)
📢 विश्व प्रसिद्ध तांबे की खान खेतड़ी – नीम का थाना (पूर्व में झुंझुंनु में)
📢 राजस्थान के जिले जिसमें नदी नहीं बहती है – 03 (बीकानेर, चूरू और फलोदी)
📢 बर व शिवपुर घाट – ब्यावर (पूर्व में अजमेर में)
📢 नर्मदा नहर बहाव क्षेत्र – बाड़मेर व सांचौर जालौर के स्थान पर सांचौर जुड़ा)
📢 घंघर नदी – अनूपगढ़, श्री गंगानगर हनुमानगढ़ (अनुपगढ नया जुड़ा है )
📢 बाप क्षेत्र – फलोदी (पूर्व में जोधपुर में था)
संभागों का पुनर्गठन
- जयपुर और अजमेर संभाग – 7 – 7 जिले
- भरतपुर और जोधपुर संभाग – 6 – 6 जिले
- उदयपुर संभाग – 5 जिले
- सीकर, बीकानेर, कोटा और पाली संभाग – 4 – 4 जिले
- बांसवाड़ा संभाग – 3 जिले
नोट: सर्वाधिक जिलों वाले संभाग जयपुर और अजमेर हैं जिनमे 7 -7 जिले हैं जबकि सबसे कम जिलों वाला संभाग बांसवाड़ा है जिसमे 3 जिले हैं